How Much Credit Limit Should You Use? Credit Utilization Ratio Explained In Hindi

क्या क्रेडिट कार्ड में जितनी लिमिट दी गई है उतना पूरा यूज़ करना हमारे लिए बेनेफिशियल होता है? जवाब इस आर्टिकल में है, हेलो एव्रीवन मैं हूँ सुशांत और आप पढ़ना शुरू कर चूके हैं Moneymandal.com, दोस्तों आज की इस आर्टिकल में हम बात करेंगे कि आपको अपने क्रेडिट लिमिट को कितना यूटिलाइज करना चाहिए जिससे कि आपका क्रेडिट स्कोर खराब ना हो, चलिए शुरू करते हैं ये जानकर कि क्रेडिट लिमिट क्या है?,

क्रेडिट लिमिट क्या है?

सीधी बात है, ये वो फिक्स्ड अमाउंट होता है जो आप अपने क्रेडिट कार्ड से खर्च कर सकते है इस लिमिट को बैंक आपकी इन्कम, क्रेडिट हिस्टरी और बैंक स्टेटमेंट के बेस पर सेट करता है अब बहुत से लोगों को ये कन्फ़्यूज़न होती है कि पूरी लिमिट खर्च कर देनी चाहिए की नहीं, आइडियल सिनेरियो में बात करूँ तो बिल्कुल नहीं क्रेडिट कार्ड एक्स्पर्ट सजेस्ट करते हैं कि आपका क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेट 30 टू 20 परसेंट तक का होना चाहिए,

क्रेडिट यूटिलाइज़ेशन क्या होता है?

क्रेडिट यूटिलाइज़ेशन क्या होता है?

अब ये क्रेडिट यूटिलाइज़ेशन क्या होता है? तो आप को जो भी क्रेडिट लिमिट दी जाती है आप उसका कितना परसेंटेज यूज़ करते हैं वो होता है क्रेडिट यूटिलाइज़ेशन रेट, मान लीजिए कि आपके क्रेडिट कार्ड पर लिमिट मिली है पच्चास हज़ार रुपए की और आप एक बिलिंग साइकिल में ऑलमोस्ट ऑन एवरेज पच्चीस हज़ार रुपए स्पेंड कर देते है तो आपका क्रेडिट यूटिलाइज़ेशन रेट हो गया पच्चास परसेंट,

अब इसका स्ट्रेट फॉर्वर्ड फायदा ये है कि आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा बनता है और बनता रहेगा और सच कहूं तो क्रेडिट स्कोर कभी गलती से भी इग्नोर मत कीजिएगा लोन्स, क्रेडिट कार्ड, इंश्योरेंस ये सब चीजों के लिए आपका क्रेडिट स्कोर बहुत इम्पोर्टेन्ट रोल प्ले करता है,

तो अगर आप चाहते हैं कि आपका क्रेडिट स्कोर बढ़िया बना रहे और टाइम टू टाइम आपका क्रेडिट लिमिट भी इन्क्रीज़ होता रहे तो उसके लिए आपको क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेट का ध्यान रखना जरूरी है लेकिन मैं यहाँ एक बात बता दूं कि ऐसा जरूरी बिल्कुल नहीं है कि आप अपनी क्रेडिट लिमिट को पूरा यूज़ ही नहीं कर सकते इट्स जस्ट कि एक दो बार ऐसा करने से कोई नुकसान नहीं होगा, हाँ, लेकिन ये रिपीट होता रहा तो शायद आपके क्रेडिट स्कोर पर इसका इफेक्ट दिख सकता है,

बैंक ये कैसे डिसाइड करती है कि किसको कितनी लिमिट देनी चाहिए?

अब बैंक ये कैसे डिसाइड करती है कि किसको कितनी लिमिट देनी चाहिए?, ये भी कई फैक्टर पर डिपेंड करता है कई लोगों को ऐसा लगता है कि ये सैलरी पर डिपेंड करता है जितनी ज्यादा सैलरी उतनी ज्यादा क्रेडिट लिमिट वैसे ये मोटा मोटा सही भी है, लेकिन हर केस में नहीं जब भी कोई क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करता है तो बैंक सिर्फ सैलरी के बेसिस पर क्रेडिट कार्ड इश्यू नहीं करता,

बल्कि वो एप्लिकेंट का क्रेडिट स्कोर, लोन्स और डेट्स, क्रेडिट डिफ़ॉल्ट, लेट पेमेंट, एक्टिव क्रेडिट कार्ड, क्रेडिट बैलेंस, क्रेडिट यूटिलाइज़ेशन रेट, एवरेज स्पेंडिंग इन सब के बेसिस पर कार्ड और लिमिट इश्यू करता है, अगर किसी पर्सन की सैलरी ज्यादा है एंड ऐट दी सेम टाइम उसके एक्स्पेन्सस भी ज्यादा है वो पर्सन अपने फिनान्सेस सही से मैनेज नहीं कर रहा है, जिसकी वजह से कभी भी डिफ़ॉल्ट कर सकता है,

तो ऐसे पर्सन को बैंक क्रेडिट कार्ड इश्यू नहीं करता इसलिए आपको अपने फाइनांस सही से मैनेज करना जरूर आना चाहिए और ऐसा सिर्फ क्रेडिट कार्ड के लिए ही नहीं है बल्कि क्रेडिट स्कोर के लिए भी जरूरी है क्योंकि कल को आपको कोई पर्सनल लोन चाहिए, ऑटो लोन चाहिए, होम लोन चाहिए तो इसके अप्रूव होने के चान्सेस इसी से बढ़ेंगे इसीलिए मेरे खयाल से आपको ये क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेट जरूर फॉलो करना चाहिए, इन सब को समझने के लिए कुछ चीजें जो आपको समझ आनी चाहिए वो भी थोड़ा डिसकस कर लेते हैं,

#1. बिलिंग साइकिल:- फर्स्ट बिलिंग साइकिल को समझिए, आपके क्रेडिट कार्ड बिल का, एक Due डेट होता है इस डेट से पहले अपना पेमेंट क्लियर करने की कोशीश करें क्योंकि लेट पेमेंट से क्रेडिट स्कोर पर नेगेटिव इम्पैक्ट पड़ता है,

#2. कैश एडवांस:- सेकंड कैश एडवांस को केयरफुल्ली यूज़ करें हर क्रेडिट कार्ड इश्यू करने वाले बैंक या कंपनी कुछ कैश लिमिट भी ऑफर करती है, लेकिन मेरी राय में आप इससे दूर ही रहें क्योंकि इस पर बहुत ज्यादा इंट्रेस्ट रेट लगता है और ये आपके क्रेडिट लिमिट से सेपरेट काउंट होता है,

#3. थर्ड ज्यादा EMI ऑफर्स के झंझट में ना पड़े:- कई बार बैंक हर छोटे बड़े अमाउंट को EMI में कन्वर्ट करने का ऑफर देती है इसका मतलब कि वो अमाउंट आपके क्रेडिट लिमिट से ब्लॉक हो जाएगा सो EMI का फायदा उठाने से पहले ये जरूर चेक कर लें कि आपकी बजट में वो EMI फिट बैठती है या नहीं,

#4. रिवॉर्ड पॉइंट्स या कैशबैक का फायदा उठाएं:- कई क्रेडिट कार्ड आपकी स्पेंडिंग पर रिवॉर्ड पॉइंट्स या कैशबैक ऑफर करते हैं, तो आप अपने परचेस करने के साथ साथ रिवॉर्ड पॉइंट्स भी कलेक्ट कर सकते हैं फिर बाद में इन प्वाइंट्स को कैशबैक या गिफ्ट में रिडीम कर सकते हैं,

Read Also: ITR New Updates: ITR के बड़े बदलाब deduction या claim छूट न जाए?

Final Word

तो दोस्तों ये थे कुछ नुस्खे क्रेडिट लिमिट को अपना बनाने के लिए क्रेडिट कार्ड एक पावरफुल टूल है अगर इस को समझते हुए यूज़ करते हैं तो लाइफ बहुत आसान हो जाती है, so be smart be spend smart, आई होप की यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी रहा होगा, अगर आपका अभी भी कोई डाउट है तोह कमेंट करके पूछ सकते है, और हाँ अंत तक आर्टिकल को पढ़ने के लिए शुक्रिया!

5/5 - (2 votes)

Hello, I'm Sushant Sharma, an BA student from India. We aim to offer a wide range of content, from stock market tips to the latest news and even some creative business ideas.

Leave a Comment

Open chat
Scan the code
Hello 👋
How Can we help you?